सीए रिजल्ट्स / सीए फाउंडेशन और आईपीसीसी के रिजल्ट घोषित, फाउंडेशन में शहर के 11 स्टूडेंट्स टॉप-50 में शामिल

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) ने सीए फाउंडेशन नंबर-19 और सीए आईपीसीसी परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। इस बार भोपाल का फाउंडेशन का रिजल्ट उत्साह बढ़ाने वाला रहा। कोचिंग सेंटरों से मिली जानकारी के मुताबिक इस बार भोपाल के 11 स्टूडेंट्स टॉप-50 की मेरिट में शामिल हैं।


श्रेया साहू ने एआईआर-20 हासिल किया। प्रथम जैन एआईआर-32, एकता द्विवेदी एआईआर-36, नयनी सराफ एआईआर-38, रिया शेवानी एआईआर-39, अनुशा मिश्रा एआईआर-40, विवेक गुप्ता एआईआर-42, अक्षत अग्रवाल एआईआर-44, प्रकाश भटेजा एआईआर-45, गौतम रामचंदानी एआईआर-48 पर रहे।


पापा सीए की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए, उनका सपना मैंने पूरा किया



  • श्रेया साहू- एआईआर-20 

  • पेरेंट्स: प्रशांत साहू फाइनेंशियल एकाउंटेंट, राजकुमारी साहू होममेकर


पापा सीए की पढ़ाई कर रहे थे, लेकिन दादी की तबीयत खराब हो जाने और घर की जिम्मेदारी उन पर आ जाने के कारण वे अपनी सीए की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाए। आज भी वे एकाउंट्स को संभालने का ही काम करते हैं, लेकिन उनका सीए अधूरा रह गया था, जबकि पापा के फ्रेंड सर्किल के दूसरे लोग सीए बन गए। तब से ही पापा का मन था कि मैं सीए की पढ़ाई पूरी करूं। उनके इंट्रेस्ट और उनके साथ एकाउंट्स के बारे में समझते हुए बड़ी हुई, जिसके कारण मेरा भी इंट्रेस्ट इसी पढ़ाई में हो गया।


हर चैप्टर की एक पेज समरी बनाई


मैंने सीए का फॉर्म भरने के साथ ही निर्णय किया कि जो टीचर्स कहेंगे, उसको पूरा करने की कोशिश करूंगी। सुबह 5 बजे उठना शुरू किया और हर चैप्टर की एक पेज की समरी रोज बनानी शुरू की। रोज मॉक टेस्ट दिए। अमूमन बच्चे सुबह 5 बजे उठने की बात नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन मेरा एक्सपीरियंस यह रहा कि सुबह 5 बजे एक घंटे में मैंने जो भी पढ़ा, वह मुझे आखिरी तक याद रहा।


वन-पेज समरी रूल किया फॉलो 


मैंने वन-पेज समरी का रूल भी स्ट्रिक्टली फॉलो किया, जो आखिरी वक्त में काम आया। मुझे यूं तो चश्मा नहीं लगा, लेकिन एग्जाम के पहले पेपर के दौरान ही मुझे आंखों के पावर की प्रॉब्लम हो गई थी। इस कारण मैं किताबें पढ़ ही नहीं पा रही थी। मैंने सारे एग्जाम सिर्फ वह एक पेज की समरी पढ़कर दिया।